वैसे कोई भी मुद्दा उठाना है या समाज की कोई बात को सरकार के सामने रखना है, तो ट्विटर एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। ट्विटर में मिलने वाले #(Hastag) की सहायता से आप अपनी बात को बड़ी आसानी से सरकार के सामने रख देते हैं, कई बार देखने को भी मिलता है कि ट्विटर पर अपनी समस्या को पोस्ट करने से कुछ समय बाद राहत भी मिल जाती है।
इस समय ट्विटर भारत में एक बार फिर से ट्रेंड में चल रहा है। कारण है महेंद्र सिंह धोनी। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ट्विटर उपयोगकर्ताओं के साथ ही ट्विटर पर भी सवाल खड़े किए गए हैं। उन्होंने ट्विटर के मुकाबले में इंस्टाग्राम को बेहतर बताया है।
क्या कहा महेन्द्र सिंह धोनी धोनी ने ट्विटर के बारे में?
हाल ही में, चैन्नई सुपर किंग्स अपना आखिरी मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से हारकर आईपीएल, 2024 मे प्लेऑफ में पहुंचने से पहले ही बाहर हो गई। टीम की हार के बाद भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी Dubai Eye 103.8 यूट्यूब live talk मे बात करते हुए हुए कह रहे हैं कि उन्हें ट्विटर की बजाय इंस्टाग्राम अधिक पसंद हैं। ऐसा उन्होंने पूछे गए एक सवाल का जबाब देते हुए कहा है।
I prefer instagram over Twitter - MS Dhoni 😂😍#MSDhoni pic.twitter.com/lDxJo4lLeB
— Chakri Dhoni (@ChakriDhoni17) May 20, 2024
धोनी को एक लाइव शो में पूछे गए सवाल के जबाव में धोनी ने कहा कि "मैं ट्विटर के मुकाबले में इंस्टाग्राम में विश्वास करता हूँ। ट्विटर पर विशेषतौर से भारत में कुछ अच्छा नहीं हो रहा है। ट्विटर पर हमेशा विवाद होते हैं। कोई कुछ लिखता है तो विवाद हो जाते हैं। मैं वहाँ क्यों रहूँ जहां 140 अक्षर में लिखना होता है, जिसका वर्णन करना संभव नहीं है। कल्पना करो मैं वहाँ कुछ लिखता हूँ तो यह पढ़ने वाले लोगों पर निर्भर करता है कि वो इसे किस प्रकार से लेते हैं (व्याख्या करते हैं)। लेकिन मैं विश्वास करता हूँ इंस्टाग्राम में ऐसा कुछ नहीं है। तकनीक बदल रही लेकिन मैं इंस्टाग्राम को इसलिए पसंद करता हूँ क्योंकि वहाँ मैं मेरे फैन के लिए फोटो या वीडियो अपलोड कर निकल सकता हूँ। मैं इंस्टाग्राम पसंद करता हूँ लेकिन मैं वहाँ भी ज्यादा सक्रिय नहीं हूँ। मैं सोचता हूँ कि कम विकर्षण बने रहना चाहिए।
लोग धोनी द्वारा दिए गए ब्यान की अपने अनुसार व्याख्या कर रहे हैं लेकिन अधिकांश धोनी के पक्ष में हैं। धोनी के पक्ष में हाँ कहने वाले धोनी से सहमत है और बता रहे हैं कि उन्होंने बिल्कुल सही बात कही हैं।
पहले भी ट्विटर पर उठ चुके हैं, सवाल -
ट्विटर की कार्यशैली के साथ उपयोगकर्ताओं के व्यवहार को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। ट्विटर पर कई क्रिकेटर भी विवाद में फंसे है। ऐसे में कई लोग ट्विटर का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं। ट्विटर से दूरी रखने वाले मात्र महेन्द्र सिंह धोनी अकेले नहीं है। पहले से कई क्रिकेटर और सेलेब्रिटी ट्विटर पर होते विवाद को लेकर किनारा कर चुके हैं। भारतीय फिल्म जगत के जाने माने निर्देशक निर्माता करण जौहर भी ट्विटर छोड़ने का कारण बताते हुए कहा था कि वो अपने बच्चों के बारे में गालियां नहीं सुनना चाहते थे (जो ट्विटर उपयोगकर्ताओं द्वारा दिन-प्रतिदिनदी जाती थी)। वो अपने बच्चों से बेहद प्रेम करते हैं इसलिए उन्होंने ट्विटर को अलविदा कह दिया।
क्यो उठते हैं, ट्विटर पर सवाल? -
वैसे ट्विटर के अच्छा प्लेटफॉर्म है, जिससे आप अपनी आवाज उठा सकते हैं और रुका हुआ काम चुटकी में करा सकते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय में ट्विटर पर भारतीय उपयोगकर्ताओं के व्यवहार को देखे तो ट्विटर महज टांग - खिंचाई तक सीमित हो गया है। अधिकतर लोग सकारात्मक की जगह नकारात्मक हो रहे हैं ऐसे में ट्विटर के साथ भारतीय उपयोगकर्ता इसके लिए काल बने हुए हैं। भारतीय उपयोगकर्ता कब किसे किस मुद्दे पर ट्रॉल कर दे कोई नहीं जानता है। दूसरी ओर, 140 अक्षर से अधिक पोस्ट लिखे जाने की सुविधा वेरिफाई उपयोगकर्ताओं को दी गई है। वेरिफाई उपयोगकर्ता समान्य उपयोगकर्ताओं के मुकाबले में अधिक सिरदर्द बन गए हैं, ट्रॉल आर्मी के रुप में।
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