उच्च शिक्षा आज की जरूरत है। हर किसी की उच्च शिक्षा लेने की वर्तमान में तमन्ना होती है। हर कोई उच्च शिक्षा प्राप्त कर आरामदायक जॉब पाना चाहता है। तो कई लोग उच्च शिक्षा प्राप्त कर समाज में अपना प्रभुत्व स्थापित करने का प्रयास करते हैं।
राजस्थान में पिछले कुछ वर्षो में शिक्षा का चलन तेजी से बढ़ा है, उसी का परिणाम है कि राजस्थान में कई नए विश्विद्यालय खुले हैं और खोले जा रहे हैं। विश्विद्यालय के अतिरिक्त कई अन्य संस्थानों द्वारा भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मे संस्थान खोले जा रहे हैं। ऐसे में कई लोग जोधपुर में स्थापित विश्वविद्यालय को जानने के इच्छुक है उन्हें बता देते हैं, जोधपुर के विश्वविद्यालय।
जोधपुर में विश्वविद्यालय (Universities in Jodhpur)
जोधपुर में स्थापित विश्विद्यालय जिनका मुख्यालय जोधपुर में स्थित है आइए उन सभी विश्विद्यालय को देखते हैं, एक नजर में -
सरकारी विश्विद्यालय (स्वायत) -
सरकार द्वारा वित्त पोषित विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय जिनकी स्थापना राज्य सरकार द्वारा की गई।
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय -
यह एक सरकारी विश्वविद्यालय है, यह राजस्थान राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित विश्वविद्यालय हैं। जय नारायण व्यास विश्विद्यालय, जोधपुर राजस्थान प्रदेश का दूसरा और जोधपुर का पहला विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना 1962 मे हुई। पहले इसे जोधपुर विश्वविद्यालय, जोधपुर के नाम से जाना जाता था। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में कला, वाणिज्य, विज्ञान, शिक्षा, कानून और प्रबंधन इत्यादि संकाय है। विश्वविद्यालय सभी संकाय में स्नातक से पीएचडी तक की डिग्री देता है। विश्वविद्यालय का मुख्य कार्यालय जोधपुर शहर के बीचोबीच रातानाडा में (जोधपुर जंक्शन से 2.5 किलोमीटर) स्थित है।
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय का कैम्पस पुराना और नया कैम्पस में विभाजित है। पुराने कैम्पस में वाणिज्य संकाय है वही नए संकाय में विज्ञान और कला संकाय संचालित है। बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के उदेश्य से बर्षों पहले बालिकाओं के लिए अलग से राज्य सरकार द्वारा कमला नेहरु बालिका महाविद्यालय खोला गया। जो विश्वविद्यालय का कैम्पस ही है। वर्तमान में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय सम्भागीय विश्वविद्यालय है। कला, वाणिज्य, शिक्षा और विज्ञान वर्ग के जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली और जालोर जिले के सभी सरकारी और निजी महाविद्यालयों की संबद्धता जय नारायण व्यास विश्विद्यालय है।
विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार यह संभाग का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है, जिसमें प्रतिवर्ष 16000 विद्यार्थी विभिन्न कोर्स में अध्ययन करते हैं। संबद्धता वाले महाविद्यालय और स्वयंपाठी विद्यार्थियों की संख्या इसमे सम्मिलित नहीं है।
मंगनीराम बांगड़ मेमोरियल विश्वविद्यालय (MBM) -
एमबीएम सितंबर, 2021 से पहले तक जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय का हिस्सा था। सितंबर, 2021 में विधानसभा द्वारा पारित बिल से इसे राज्य सरकार द्वारा स्वायत्तशासी निकाय (विश्वविद्यालय) घोषित कर दिया गया। एमबीएम की स्थापना वर्ष, 1951 मे हुई। इस कॉलेज की स्थापना डीडवाना के सेठ श्री राजकुंवरजी द्वारा ₹ 8,00,000/- के दान द्वारा की गई। स्थापना के बाद महाविद्यालय अभियांत्रिकी (Engineering) की शिक्षा देता रहा, यह राजस्थान के सबसे पुराने इंजिनियरिंग कॉलेज में से एक हैं।
एमबीएम विश्वविद्यालय की स्थापना से पहले यह महाविद्यालय के रुप में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से संबद्धता से स्नातक से पीएचडी तक कि उपाधि देता था। अब स्वतंत्र विश्विद्यालय घोषित किए जाने के बाद से यह अभियांत्रिकी में शिक्षा प्रदान कर रहा है। महाविद्यालय रहते हुए विश्विद्यालय की एक श्रेष्ठ अल्यूमीनियम है, भारत के रेल्वे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव इसी महाविद्यालय के छात्र रहे है।
सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा और आपराधिक न्याय विश्वविद्यालय -
सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला पुलिस विश्विद्यालय हैं। यह राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 2012 में हुई। विश्वविद्यालय का कैम्पस नागौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोधपुर रेल्वे स्टेशन से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। विश्वविद्यालय में निम्नलिखित संकाय है -
- आपराधिक न्याय और पुलिस अध्ययन संकाय
- सामाजिक विज्ञान और मानविकी संकाय
- सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा संकाय
- विज्ञान, प्रौद्योगिकी और फॉरेंसिक संकाय
- प्रबंधन एवं व्यावहार विज्ञान संकाय
विश्वविद्यालय ने वर्ष 2015 में आपराधिक न्याय में एलएलएम/एमए कोर्स की शुरुआत की। विश्वविद्यालय कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय की सभी उपाधि प्रदान करता हैं।
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय -
इस विश्वविद्यालय की स्थापना मई, 2003, मे हुई। पहले इस विश्वविद्यालय का नाम राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय था। यह राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित सरकारी विश्वविद्यालय हैं। यह जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 23 किलोमिटर दूर है।
इस विश्वविद्यालय से राजस्थान के आयुर्वेद, युनानी, होम्योपैथी कॉलेज की संबद्धता है। विश्वविद्यालय राजस्थान के आयुर्वेद, होम्योपैथिक और युनानी कॉलेज के लिए एंट्रेंस एक्जाम आयोजित करवाता है।
कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर -
कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर की स्थापना 2013 में राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित कृषि विश्वविद्यालय के रुप में की गई। विश्विद्यालय का क्षेत्र जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, जालोर और सिरोही छः जिलों में हैं। इस क्षेत्र के सभी कृषि महाविद्यालयों की संबद्धता इस विश्वविद्यालय से है। विश्वविद्यालय की मान्यता राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान पारिषद (आईसीएआर) से हैं।
यह विश्विद्यालय कृषि विज्ञान की स्नातक से पीएचडी तक की सभी उपाधि देता है। विश्वविद्यालय जोधपुर शहर में मंडोर में स्थित है, जो जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर है।
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (NLU), जोधपुर -
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना विधानसभा द्वारा पारित कानून के तहत 1999 में हुई। विश्वविद्यालय की स्थापना न्याय के क्षेत्र में सीखने, पढ़ने और अनुसंधान के उदेश्य से हुई। यह विश्वविद्यालय भारत के प्रतिष्ठित विधि संस्थानों में से एक है।
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय कानून के अतिरिक्त पेशेवर व्यावसायिक कोर्स यथा बीबीए और एमबीए भी करवाता है। यह विश्वविद्यालय पांच वर्षीय बीबीए/बी ए एलएलबी, एलएलएम और पीएचडी कराता हैं।
विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कॉमन लॉ एंट्रेंस टेस्ट (CLAT) आयोजित किया जाता है। यह भारत के टॉप टेन विधि विश्वविद्यालय और विधि संस्थानों में से एक है। इस विश्वविद्यालय का संचालन महज कैम्पस में ही होता है, जो नागौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 12 किलोमीटर दूर है।
डीम्ड विश्वविद्यालय -
ऐसे विश्वविद्यालय जो सीधे शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी के नियमो से संचालित होने के साथ ही इनकी देखरेख में काम करते हैं, विश्विद्यालय अन्य विश्विद्यालय की तरह उपाधि दे सकते हैं।
लाचू मेमोरियल कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (ओटोनोमस), जोधपुर -
यह जोधपुर के प्रतिष्ठित विज्ञान संकाय के महाविद्यालय में से एक है। यह पुराने महाविद्यालय में से एक हैं। महाविद्यालय की स्थापना 1965 में जीव विज्ञान और गणित के महाविद्यालय के रूप में हुई। समय के साथ महाविद्यालय ने विज्ञान के साथ प्रौद्योगिकी, फॉर्मेसी, स्वास्थ्य और रसायन विषय में कोर्सेज की शुरुआत की। वर्तमान में महाविद्यालय विज्ञान के साथ वाणिज्य मे भी कोर्सेज ऑफर कर रहा है। पहले यह महाविद्यालय राज्य सरकार द्वारा अनुदान प्राप्त महाविद्यालय के रुप में संचालित होता था, जो वर्ष 2009 में राज्य सरकारों द्वारा राज्य के सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों के लिए बंद कर दिया तब यह निजी मान्यता प्राप्त महाविद्यालय मात्र रह गया।
वर्ष 2012 में यूजीसी द्वारा इसे स्वायत महाविद्यालय के रुप में मान्यता प्रदान कर दी। वर्तमान में मे यह यूजीसी NAAC द्वारा 'A' ग्रेड महाविद्यालय है।
निजी विश्वविद्यालय -
निजी विश्वविद्यालय की स्थापना किसी शिक्षण संस्थान, ट्रस्ट या पंजीकृत सोसायटी द्वारा की जा सकती है। इसकी स्थापना के लिये राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग को आवेदन करना होता है। सभी विभागीय प्रक्रिया से गुजरने के बाद राज्य की विधान सभा इसे मंजूरी प्रदान करती है। राज्य के विधान मंडल की स्वीकृति के उपरांत यूजीसी से मान्यता ली जाती है।
मौलाना आजाद विश्वविद्यालय, जोधपुर -
मौलाना आजाद विश्वविद्यालय एक निजी विश्वविद्यालय है, इसका संचालन 'मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशन एंड वेल्फेयर सोसाइटी' द्वारा किया जा रहा है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना राज्य की विधान सभा की मंजूरी के उपरांत 2013 में हुई। इस सोसायटी द्वारा पहले जोधपुर शहर में विद्यालय संचालित किया जाता था। सोसायटी की स्थापना आजादी से पूर्व की गई। वर्तमान में विश्वविद्यालय द्वारा तकनीकी एवं अभियांत्रिकी, विज्ञान, कला, वाणिज्य, स्वास्थ्य विज्ञान, शारीरिक शिक्षा और प्रबंधन के कोर्स ऑफर किए जा रहे हैं।
विश्विद्यालय का कैंपस बुझावङ में स्थित है, जो जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 12 किलोमीटर दूर है। जोधपुर - जैसलमेर राष्ट्रीय राजमार्ग से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
अन्य शैक्षिक संस्थान -
जोधपुर में विश्वविद्यालय के अतिरिक्त कई अन्य शैक्षिक संस्थान भी है, जो राष्ट्रीय स्तर के संस्थान है। सभी संस्थानों की स्थापना विशिष्ट लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए की गई है। आइए ऐसे सभी शैक्षिक संस्थानों का संक्षिप्त परिचय कराते हैं।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), जोधपुर -
आईआईटी को कौन नहीं जानता है? भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा संस्थानों में से एक माना जाता है। जोधपुर में आईआईटी की स्थापना भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 2008 में स्थापित किया गया। भारत की लोकसभा द्वारा इसे 2011 और राज्य सभा द्वारा वर्ष 2012 पारित कानून द्वारा में मान्यता प्रदान की गई। यह अन्य आईआईटी की तरह बी टेक, एम टेक और पीएचडी कराता है साथ ही प्रबंधन में एमबीए भी कराता है। इस वर्ष (2024-25) से बीएससी बीएड (चार वर्षीय पाठ्यक्रम) शुरु करने जा रही है।
आईआईटी जोधपुर नागौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 28 किलोमीटर दूर स्थित हैं।
आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), जोधपुर -
अभियांत्रिकी में जैसा नाम आईआईटी का है, उतना ही बड़ा नाम मेडिकल में एम्स का है। आईआईटी जैसे अभियांत्रिकी का प्रतिष्ठित संस्थान है, ठीक उसी प्रकार से एम्स मेडिकल का प्रतिष्ठित संस्थान है। जोधपुर में भी एक प्रतिष्ठित एम्स हैं, जो भारत के टॉप 20 मेडिकल संस्थानों में से एक है। जोधपुर एम्स ने एमबीबीएस की पढ़ाई की शुरुआत 2012 से की। इसे भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से से एक स्वतन्त्र निकाय के रूप में मान्यता सितंबर, 2014 में प्राप्त हुई।
जोधपुर एम्स एमबीबीएस, एमएस के अतिरिक्त नर्सिंग के कोर्स भी ऑफर करता हैं। प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर परिक्षा आयोजित की जाती है। यह संस्थान जोधपुर शहर में बासनी औद्योगिक क्षेत्र के पास हैं, जो जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 8 किलोमीटर दूर हैं।
राष्ट्रीय फैशन तकनीक संस्थान (NIFT) -
आधुनिक जमाना फैशन का ज़माना है, इस दौर की ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय ने National Institute of Fashion Technology (NIFT) वर्ष 1986 में इसकी शुरुआत की। NIFT का मुख्य कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है। देशभर में 20 के करीब NIFT संचालित हैं, उनमे से एक जोधपुर में भी संचालित है। जोधपुर में NIFT का संचालन 2010 से शुरु हुआ।
NIFT जोधपुर, भारत के अन्य संस्थानों की तरह फैशन और डिजायन में स्नातक से पीएचडी तक की डिग्री देता है। जोधपुर में यह संस्थान करवङ में स्थित है। जो जोधपुर - नागौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर, जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 24 किलोमीटर दूर हैं।
भारतीय हथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान (IIHT), जोधपुर -
भारतीय में फैशन के साथ हथकरघा सामान और उसकी फैशन को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय ने पहला कॉलेज 1956 में वाराणसी, उत्तर प्रदेश में स्थापित किया। जिसकी कताई, बुनाई और सिलाई-कटाई के क्षेत्र में सफलता को देखते हुए भारत सरकार ने कई नए महाविद्यालय खोलने का ऐलान किया। जोधपुर में भारत का चौथा Indian Institute of Handloom Technology संस्थान खुला। जोधपुर में इस संस्थान की शुरुआत 1993 में हुई।
यह संस्थान देशभर के अन्य संस्थानों की तरह स्नातक और परास्नातक कोर्स ऑफर करता हैं। जोधपुर में यह संस्थान जैसलमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चोखा में स्थित है, जो जोधपुर रेल्वे स्टेशन से 12 किलोमीटर दूर है।
उपर्युक्त सभी राष्ट्रीय स्तर के संस्थान है, जो भारत सरकार द्वारा विशिष्ट उद्येश्यों की प्राप्ति के लिए संचालित किए जा रहे हैं। यह सभी संस्थान देश के गिने-चुने संस्थानों में से होने के कारण देशभर से विद्यार्थी यहां शिक्षा लेने के लिए आते हैं।
जोधपुर में अन्य महाविद्यालय -
जोधपुर में अन्य महाविद्यालय भी संचालित है जो विभिन्न क्षेत्र में स्नातक और परास्नातक के कोर्स ऑफर करते हैं। कुछ प्रतिष्ठित महाविद्यालय निम्न है
- एसएन मेडिकल कॉलेज, जोधपुर
- स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट
- जोधपुर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
- व्यास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- ओंकारमल सोमानी कॉलेज ऑफ चाइना कॉमर्स।
- जय नारायण व्यास महिला महाविद्यालय।
पहले दो राज्य सरकार द्वारा संचालित है, शेष सभी निजी शिक्षण संस्थान है।
जोधपुर में आने वाले समय में खुलने वाले विश्विद्यालय -
राजस्थान सरकार द्वारा आने वाले समय में जोधपुर में दो नए विश्विद्यालय खोलने की घोषणा की जा चुकी है। जो आने वाले समय में खुल सकते हैं, वर्तमान में यह अस्तित्व में नहीं है, जो निम्न है -
- राजीव गांधी फिनटेक यूनिवर्सिटी, जोधपुर
- मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी, जोधपुर।
उपर्युक्त दोनों विश्विद्यालय खोले जाने की घोषणा विभिन्न बजट सत्र में की जा चुकी है, लेकिन अब तक भूमि आवंटन का कार्य भी अधूरा है।
यह सूची और परिचय विभिन्न संस्थानों की वेबसाईट पर उपलब्ध सूचना के आधार पर दिया गया है। आप किसी भी संस्थान में प्रवेश के लिए इच्छुक है तो संस्थान की वेबसाइट चेक करे। हमने यह सूचना इस उदेश्य से दी है ताकि आपको पता चल सके कि जोधपुर जिले में कितने विश्विद्यालय और राष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक संस्थान संचालित है।
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