शिवलिंग पर चढ़ाए काले तिल चढ़ाने के फायदे और विधि। Kale Til

शिवलिंग पर चढ़ाए काले तिल चढ़ाने के फायदे और विधि। Kale Til

तिल का सनातन संस्कृति में बड़ा महत्व है। तिल का भगवान को भोग लगाने से लेकर इसका का दान करने का उल्लेख विभिन्न कथा और धार्मिक कहानियों में मिलता है। तिल का दान करने से कई रोग और कष्ट का निवारण होता है। कई बार जातक के कष्ट का निवारण करने के लिए तिल दान के उपाय करने को भी कहा जाता है।

शिवलिंग पर चढ़ाए काले तिल चढ़ाने के फायदे और विधि। Kale Til

सनातन संस्कृति में खासतौर से काले तिल का महत्व सफेद तिल के मुकाबले में अधिक हैं। काले तिल का उपयोग ज्योतिष शास्त्र में बहुत अहम माना गया है। ऐसे में काले तिल को भगवान को अर्पित करने से कई दोषों से मुक्त होने का ज्योतिष शास्त्र दावा करता हैं। 

शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाना


शनि देव के मंदिर में अक्सर तेल के साथ काले तिल चढ़ाये जाते हैं। उन्हें देखते हुए कई लोग अक्सर प्रश्न करते रहते हैं कि क्या शिवलिंग पर भी काले तिल चढ़ाए जा सकते हैं? अगर शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाए तो क्या फायदा होता है? कई लोग तो यह भी पूछते हैं कि शिवलिंग पर तिल चढ़ाना सही है या गलत। ऐसे में हम उनकी सभी प्रकार की शंका का समाधान कर देते हैं। 

जी, शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाए जा सकते हैं। शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाना गलत या अनुचित नहीं है। महादेव के कई मंदिरों में शिवलिंग पर तिल चढ़ाने की व्यवस्था की हुई होती है। 

शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने का फायदा - 


हमने कई दोषों की मुक्ति के लिए और खासतौर से शनि दोष की मुक्ति के लिए लोगों को काले तिल शनि देव को अर्पित करते हुए देखा है। लेकिन बहुत ही कम लोगों को महादेव के मंदिर या शिवलिंग पर काले तिल अर्पित किए जाते हैं। माना जाता है कि महादेव तो भोले भंडारी है, जो भक्तों की प्रार्थना को जल्द सुन लेते हैं। ऐसे में आप शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाते है तो महादेव तुरंत खुश हो कर अपने भक्त की मनोकामना को पूर्ण करते हैं।

काले तिल को शनि देव को अर्पित करने से दोषों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिष के अनुसार काले तिल का दान करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। ऐसे ही शिव जी को चढ़ाने या शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करने से जीवन के कष्ट हर जाते हैं। महादेव देवो के देव है, जो कई प्रकार के कष्ट हर लेते है और अन्य देवताओं से जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसे में आप अपने कष्ट दूर करने के उदेश्य से शिवलिंग पर काले तिल को चढ़ाते है तो आपको निम्नलिखित फायदे मिलते हैं - 

  1. शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करने या चढ़ाने से शिव जी जल्द प्रसन्न हो जाते हैं।
  2. देवो के देव महादेव को काले तिल चढ़ाने से कुंडली का राहु और केतु का दोष समाप्त होने लगता है। महादेव इस दोष से मुक्ति दिला देते हैं। 
  3. शनिवार के दिन शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से भक्त को शनि दोष से मुक्ति जल्द मिलती है। 
  4. सोमवार को काले तिल चढ़ाने से जातक को नौकरी मिलती है और उसकी उन्नति के द्वार खुलते है।
  5. सोमवार को भगवान शिव और गौरी को काले तिल चढ़ाने या शिवलिंग पर काले तिल का अभिषेक करने से भक्त को वैवाहिक जीवन की परेशानियों से मुक्ति मिलती है। उसे ऐसा करने पर देवो के देव महादेव और देवी पार्वती का आशीर्वाद मिलता है। 
  6. सोमवार को शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। 
  7. शिवलिंग पर तिल चढ़ाने पर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं। 
  8. शिवलिंग पर काले तिल सोमवार के दिन चढ़ाने से घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है और आर्थिक लाभ भी प्राप्त होते हैं। 
  9. काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए सोमवार के दिन शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने चाहिए। 
भगवान शंकर देवो के देव महादेव है। भक्त का एक छोटा सा प्रयास ही उन्हें खुश करने के लिए काफी होता है। किंतु महादेव अनुशासन प्रिय देव भी है। ऐसे में अगर आप महादेव के शिवलिंग पर काले तिल चढ़ा रहे हैं तो विशेष विधि को ध्यान में रखना आवश्यक होता है। बिना विधि-विधान और विधि वत तरीके से शिवलिंग पर चढ़ाए गए काले तिल निष्पल हो जाते हैं। ऐसे में आपको शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से पूर्व विधि को सीख लेना जरूरी है, ताकि आपको इसका पूर्ण लाभ मिले। 

शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने की विधि - 


शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने के लिए विधिवत तरीके से पालन किया जाना आवश्यक होता है। विधिवत तरीके से तिल चढ़ाने से महादेव जल्द खुश हो जाते हैं, इसलिए इस विधि का पालन करे - 
  1. एक पीतल या तांबे का साफ लोटा ले। 
  2. अब हथेली में सात काले तिल के गिनकर दाने ले लीजिए।
  3. आप चाहें तो ये दाने लोटे में डाल सकते हैं या हथेली में ही रख सकते हैं। 
  4. अब शिवलिंग के सामने खड़े होकर मन में अपनी मनोकामना को बोले। 
  5. मनोकामना को बोलने के बाद शिवलिंग पर जल अर्पित कीजिए। अगर तिल लोटे में नहीं डाले हैं तो हथेली में रखे हुए तिल जल अर्पित करते समय शिवलिंग पर अर्पित कर देने चाहिए। 
शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने के लिए प्रक्रिया का पालन उचित तरीके से करे। हो सके तो लोटे पर कलावा बांधा भी जा सकता है। 

शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने का महत्त्व - 


काले तिल को सनातन संस्कृति में बहुत पवित्र माना जाता है। काले तिल का दान करने से शनि दोष, काल सर्प दोष, साढ़े साती, राहु केतु दोष से मुक्ति मिलती है। जीवन के कष्ट और कुण्डली के दोषों से मुक्ति मिलती है। व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि बढ़ती है, आर्थिक लाभ मिलते हैं और ऐश्वर्य प्राप्त होता है। सामान्य और साधारण भाषा में कहें तो काले तिल के दान से व्यक्ति के जीवन में लगी नजर उतर जाती है। 

शिवलिंग पर सोमवार या शनिवार को काले तिल चढ़ाने से इन सभी दोषों से मुक्ति मिलती है। काले तिल चढ़ाने से शिव जी जल्दी प्रसन्न हो भक्त के कष्ट दूर करते हैं। काले तिल चढ़ाने से कुंडली के दोष से भी मुक्ति मिल जाती है। सच कहें तो काले तिल चढ़ाने से जीवन की नजर उतर जाती है। 

पीपल पर काले तिल चढ़ाना - 


पीपल के पेड़ पर काले तिल चढ़ाने से घर की नकारात्मकता समाप्त होती है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर को बुरी नहर से बचाता है। घर में सुख शांति का बास होता है। पीपल के पेड़ पर तिल चढ़ाने से गृह क्लेश से मुक्ति मिलती है। 

पीपल के पेड़ पर तिल जल में मिलाकर चढ़ाने चाहिए। इसके लिए व्यक्ति को तांबे का लोटा जल से भरकर उसमे 7 या 21 तिल मिलाकर अर्पित करना चाहिए। 

अन्य प्रश्न - 


प्रश्न - क्या शिवलिंग पर तिल चढ़ाना चाहिए? 

उत्तर - हाँ, शिवलिंग पर तिल चढ़ाना चाहिए। शिवलिंग पर तिल चढ़ाने से शनि के दोष दूर होते हैं, घर में सुख शांति आती है। शिवलिंग पर सोमवार और शनिवार को जल में काले तिल के सात बीज मिलाकर जल अर्पित करना चाहिए। जातक द्वारा ऐसा करने से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं और जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 

प्रश्न - शिवलिंग पर कैसे तिल चढ़ाना चाहिए? 

उत्तर - शिवलिंग पर काले तिल जल में मिलाकर चढ़ाना चाहिए। अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए विधिवत तरीके से तिल को जल में मिलाकर या हथेली में रखकर चढ़ाना चाहिए। 


प्रश्न - तिल स्नान क्या होता है? 

उत्तर - किसी नदी के जल में काले तिल मिलाकर या सामान्य जल में गंगाजल और काले तिल मिलाकर स्नान करने को तिल स्नान कहा जाता है।

प्रश्न - तिल स्नान कब किया जाता है? 

उत्तर - तिल स्नान माघ महीने की पूर्णिमा या शनिवार को आने वाली शनिचरी पूर्णिमा के दिन किया जाता है। स्नान सूर्योदय के पूर्व करके सफेद कपड़े में रखकर काले तिल रखकर दान किया जाना चाहिए।

प्रश्न - काले तिल का दान क्यों किया जाता है? 

उत्तर - काले तिल का दान शनि के दोष से मुक्ति पाने के लिए किया जाता है।

प्रश्न - किड़ी नगरा पर क्या चढ़ाना चाहिए? 

उत्तर - शनि के दोष से मुक्ति पाने के लिए किड़ी नगरा पर नारियल में तिल डालकर चढ़ाना चाहिए।

प्रश्न - काले तिल को शनि देव के मंदिर में किस दिन चढ़ाना चाहिए? 

उत्तर - शनि के दोष से मुक्ति पाने के लिए तेल में मिलाकर शनिवार के दिन काले तिल शनि देव को चढ़ाए जाते हैं। 

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