टर्म इंश्योरेंस : अर्थ, विशेषताएं, प्रकार फायदे नुकसान। Term Insurance

टर्म इंश्योरेंस : अर्थ, विशेषताएं, प्रकार फायदे नुकसान। Term Insurance

टर्म इंश्योरेंस वर्तमान दौर में तेजी से प्रचलित हुआ जीवन बीमा का एक स्वरुप है। लेकिन वास्तव में यह जीवन बीमा का वास्तविक स्वरुप खुद में समेटे हुए नहीं है। यह जीवन बीमा से कई प्रकृतियों से विभेद रखता है। यह एक तरीके से स्वास्थ्य बीमा है।

टर्म इंश्योरेंस : अर्थ, विशेषताएं, प्रकार फायदे नुकसान। Term Insurance

बीमा अथवा इंश्योरेंस की चलन तेजी से बढ़ी, उसी तेजी से इसका विभेदीकरण हुआ है व्यक्ति की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रकार की बीमा पॉलिसी बनाई गई। ऐसी नई पॉलिसी में से एक है - टर्म इंश्योरेंस।

टर्म इंश्योरेंस क्या होता है?


टर्म इंश्योरेंस, बीमित और बीमाकर्ता के बीच एक कानूनी रूप से वैध अनुबंध है। इसमे पॉलिसीधारक की बीमा अवधि के दौरान मृत्यु होने पर बीमित के उत्तराधिकारी को बीमा का मृत्यु लाभ प्रदान किया जाता है। इस प्रकार का इंश्योरेंस बीमित द्वारा बीमा सेवा प्रदाता अथवा बीमाकर्ता को एक निश्चित राशि जिसे प्रीमियम कहा जाता है का भुगतान कर के लिया जा सकता है। इस प्रीमियम के बदले में, बीमाकर्ता बीमित व्यक्ति को प्लान के मुताबिक वित्तीय भरपाई का आश्वासन देता है। यह निश्चित प्रीमियम की भांति ही एक निश्चित अवधि के लिए ही वैध होता है। टर्म इंश्योरेंस की अवधि 10 वर्ष से लेकर 30 वर्ष या उससे अधिक तक भी हो सकती है, यह अवधि प्रीमियम राशि के भुगतान के साथ उम्र पर निर्भर करती है। 

टर्म इंश्योरेंस मे सम्पूर्ण जीवन बीमा की भांति मैच्योरिटी नहीं होती है। इस प्रकार की बीमा पॉलिसी में बीमित को जीते जी कभी भी कुल बीमा राशि प्राप्त नहीं होती है। बीमित की मृत्यु के पश्चात उसके उत्तराधिकारी को कुल बीमा राशि के रुप में प्राप्त होता है। बीमित के दुर्घटनाग्रस्त होने या उसे किसी प्रकार की बीमारी होने पर उसे चिकित्सा लाभ प्राप्त करने का पूरा हक होता है। यह शुद्ध रूप से एक बीमा है, निवेश नहीं। सम्पूर्ण जीवन बीमा एक निवेश भी हो सकता है क्योंकि वह मैच्योरिटी बेनिफिट देता है, लेकिन बिना मैच्योरिटी के टर्म इंश्योरेंस एक निवेश नहीं होता है। टर्म इंश्योरेंस का लाभ बीमित को दुर्घटना (मृत्यु, बीमारी, अपंगता) के समय मिलता है। इस प्रकार की कुछ बीमा पॉलिसी में बीमित को अवधि पूर्ण होने पर कुछ कर को छोड़कर भुगतान किया गया प्रीमियम वापस मिलता है। 

टर्म इंश्योरेंस की विशेषताएं - 


टर्म इंश्योरेंस पूरी तरह से जीवन बीमा नहीं है। यह पूरी तरह से स्वास्थ्य बीमा से भी भिन्न हो सकता है। इसे अधिक स्पष्ट तरीके से जानने के लिए इसकी विशेषताओं को जानना जरूरी है, जो निम्न हैं - 
  • सस्ता - जीवन बीमा के मुकाबले टर्म इंश्योरेंस काफी सस्ता है। बहुत कम प्रीमियम राशि पर यह बड़ी कवरेज देता है। किसी की असमय मौत हो जाए तो उनके लिए यह सस्ता बीमा बहुत बड़ा सहारा बन जाता है। 
  • आसान खरीद - टर्म इंश्योरेंस की खरीद अन्य बीमा की भांति बहुत आसान है। इसे घर बैठे बिना एजेंट की सहायता के भी आसानी से खरीदा जा सकता है। 
  • प्रीमियम वापसी - टर्म इंश्योरेंस कई सालो के लिए 10,15,20 या 30 वर्ष की अवधि के लिए कराया जा सकता है। इसकी अवधि उम्र पर निर्भर करती है। सामन्यतः ऐसे बीमा 18 वर्ष के व्यक्ति के लिए बेचे जाते हैं। बीमा अवधि पूर्ण होने तक बीमित के जिन्दा रहने पर बीमाकर्ता बीमित को सावधि बीमा राशि का प्रीमियम पुनः दे देता है। 
  • आसान दावा - किसी प्रकार की दुर्घटना, बीमारी या बीमित की मृत्यु होने पर बीमित द्वारा क्षतिपूर्ति के लिए दावा किया जाता है। टर्म इंश्योरेंस की दशा में यह दावा किया जाना बहुत आसान है। यह एक चरणबध्द प्रक्रिया है। सभी चरण पूरे किए जाने पर बीमा कंपनी द्वारा बीमित के बैंक खाते में दावा राशि का भुगतान कर दिया जाता है।
  • प्रीमियम में लचीलापन - इसका प्रीमियम काफी लचीला है। इसे बढ़ाया घटाया जा सकता है। हालाँकि बढ़ाने घटाने से कुल बीमा राशि में बदलाव हो जाता है। किंतु इस प्रकार के बीमा में बीमित को एक महीने का ग्रेस पीरियड मिलता है। 
  • लंबे समय तक कवर - इस प्रकार का बीमा लंबे समय तक चलता है। इसके लिए बीमित को निश्चित किए गए समय से प्रीमियम राशि का भुगतान करना होता है। निश्चित समय से भुगतान करने पर इसे 30 बर्ष की अवधि के लिए भी खरीदा जा सकता है। कम आयु में ऐसा बीमा लेने पर प्रीमियम राशि भी कम होती है, जिसके कारण बीमित इसे लंबे समय के लिए लेना अधिक पसंद करते हैं।
  • चिकित्सकीय कवर - इस प्रकार के बीमा में बीमित को कोई बीमारी होने पर या किसी प्रकार की दुर्घटना होने की दशा में या कोई बीमारी से ग्रसित होने पर बीमा कंपनी चिकित्सकीय कवर प्रदान करती है। 
उपर्युक्त सभी विशेषताएं विभिन्न बीमा कंपनियों के विभिन्न प्लान की स्टडी करते हुए लिखी गई है। किसी बीमा कंपनी का कोई विशेष प्लान स्वयँ में सभी विशेषताओं को समेटे हुए हो यह आवश्यक नहीं है। 

टर्म इंश्योरेंस के प्रकार - 


जीवन बीमा और अन्य बीमा की भांति टर्म इंश्योरेंस के भी कई प्रकार है। इस प्रकार से इसकी गुणवत्ता, विशेषताएं और बीमित के लिए लाभ तय होते हैं। ऐसे में इसकी विशेषता और लाभ के आधार पर निम्न प्रकार हो सकते हैं। 
  • फिक्स प्रीमीयम - इसे बीमा की भाषा में 'लेवल इंश्योरेंस' कहा जाता है। इसकी विशेषता यह है कि बीमा अवधि के दौरान इसका प्रीमियम कुल बीमा राशि (Sum Assured) और अन्य लाभ समान बने रहते हैं। 
  • घटता हुआ बेनिफिट - इस प्रकार के टर्म इंश्योरेंस में बीमित द्वारा बीमा कंपनी को दिया जाने वाला प्रीमियम स्थिर रहता है, किंतु बीमा के लाभ खासतौर से कुल बीमा राशि और अन्य राइडर का लाभ कम होता जाता है। इनके घटने के कारण इसे 'घटता हुआ टर्म इंश्योरेंस' कहा जाता है। ऐसा किया जाने का कारण बढ़ती हुई महँगाई में बीमाकर्ता बीमित को पूर्व के मूल्य पर सभी लाभ नहीं दे पाता है। 
  • बढ़ते हुए बेनिफिट - इस प्रकार के टर्म इंश्योरेंस में बीमित द्वारा दिया जाने वाला प्रीमियम स्थिर बना रहता है, किंतु पॉलिसी में कुछ अतिरिक्त राइडर जोड़ दिए जाते हैं, जिससे बीमित को बीमा के अतिरिक्त लाभ प्राप्त होते हैं। 
  • रिन्यूएबल इंश्यारेंस - जब बीमाकर्ता से बीमित कम उम्र में बीमा लेता है, तब बीमित चाहे तो एक निश्चित अवधि 5,10 या 15 वर्ष के पश्चात बीमा कंपनी द्वारा निश्चित की गई मेडिकल जांच में फिट पाए जाने पर पुनः बीमा करा सकता है। अधिकांश बीमा कंपनी बीमा को स्थिर प्रीमियम पर रिन्यू कर देती है। ऐसे बीमा के लाभ भी समान बने रहते हैं। 
  • कन्वर्टिबल इंश्योरेंस - जब बीमा कंपनी द्वारा टर्म इंश्योरेंस को बिना किसी मेडिकल जांच के ही स्थिर (संपूर्ण) जीवन बीमा में बदलने का विकल्प दिया जाता है तब इसे कंवर्टिबल टर्म इंश्योरेंस कहा जाता है। टर्म इंश्योरेंस की इसी विशेषता के कारण इसे लचीली पॉलिसी कहा जाता है। इसे स्थिर जीवन बीमा में बदल देने से बीमित को मृत्यु लाभ के अलावा बीमा की अवधि पूर्ण होने पर मैच्योरिटी के लाभ (दोनों में से जो भी पहले हो) भी प्राप्त हैं। 
  • मैच्योरिटी बेनिफिट - टर्म इंश्योरेंस के इस प्रकार के स्थिर या स्थायी (संपूर्ण) जीवन बीमा की तरह मैच्योरिटी लाभ नहीं मिलते है किन्तु पॉलिसी की अवधि पूर्ण होने पर उसके द्वारा चुकाया गया प्रीमियम कुछ करो की राशि को काटकर पुनः लौटा दिया जाता है। 
इसके अतिरिक्त भी विभिन्न कंपनियों द्वारा दी जाने वाली पॉलिसी की विशेषता के आधार इसके प्रकार हो सकते हैं। सम्पूर्ण और विस्तृत जानकारी के लिए आपको नजदीकी बीमा कंपनी के कार्यालय से संपर्क करना उचित रहेगा। 

सम्पूर्ण जीवन बीमा और टर्म इंश्योरेंस में अन्तर - 


आपको शुरू से बताता जा रहा है कि टर्म इंश्योरेंस पूरी तरह से सम्पूर्ण जीवन बीमा नहीं है। यह संपूर्ण बीमा से अलग है। भले ही इसका नाम सावधि बीमा है, किंतु यह संपूर्ण बीमा से कई प्रकार से भेद रखता है। ऐसे में पेश है दोनों के अन्तर। सम्पूर्ण जीवन बीमा और टर्म इंश्योरेंस के अन्तर को बेहतर तरीके से समझने के लिए टेबल बनाई गई है। 

अन्तर का आधार  संपूर्ण जीवन बीमा  टर्म इंश्योरेंस 
मैच्योरिटी  मैच्योरिटी पर कुल बीमा राशि और बोनस मिलता है।  मैच्योरिटी पर कोई लाभ नहीं, किसी पॉलिसी में केवल प्रीमियम वापसी। 
समर्पण  जीवन बीमा का समर्पण किया जा सकता है।  इस प्रकार की पॉलिसी मे समर्पण सम्भव नहीं है। 
लाभ  मृत्यु, दुर्घटना और मैच्योरिटी लाभ।  मृत्यु और दुर्घटना के साथ चिकित्सा लाभ। 
ऋण  इस प्रकार की पॉलिसी पर ऋण लिया जा सकता है।  इस प्रकार की पॉलिसी पर ऋण नहीं लिया जा सकता हैं। 
बीच मे निकासी  इस प्रकार की पॉलिसी की बीच में निकासी सम्भव है।  इस प्रकार की पॉलिसी में बीच में निकासी सम्भव नहीं है। 

उपर्युक्त सभी संपूर्ण जीवन बीमा और टर्म इंश्योरेंस में मूलभूत अन्तर है। 

टर्म इंश्योरेंस के फायदे - 


टर्म इंश्योरेंस संपूर्ण जीवन बीमा नहीं है, फिर भी वर्तमान में यह बहुत प्रचलित है। इसके प्रचलित होने का प्रमुख कारण इस बीमा से मिलने वाले फायदे हैं। ऐसे में आपको ऐसे फायदे बता देते हैं, जिनके कारण यह बहुत प्रचलित हुआ जीवन बीमा। इसके फायदे निम्नानुसार है - 
  • कम प्रीमियम में अधिक कुल बीमा राशि - टर्म इंश्योरेंस नाममात्र की प्रीमियम की राशि पर लाखो करोड़ों का कुल बीमा देती है। इस प्रकार का बीमा दरों के अनुसार देखा जाए तो बहुत किफायती होता है। 
  • लंबी अवधि - टर्म इंश्योरेंस स्वास्थ्य बीमा के मुकाबले में देखा जाए तो यह लंबी अवधि का बीमा हैं। यह बीमा अगले 30 वर्ष के लिए किया जा सकता है। 
  • स्थिर प्रीमियम - टर्म इंश्योरेंस लंबी अवधि का बीमा होने के कारण यह स्थिर प्रीमियम राशि पर लंबी अवधि के लिए वित्तीय सुरक्षा कवर प्रदान करता है। अन्य बीमा पॉलिसी में इस प्रकार के गुण विद्यमान नहीं होते हैं। 
  • आयकर में छूट - अन्य बीमा पॉलिसी की तरह टर्म इंश्योरेंस लेने वाले ग्राहको को भी आयकर में छूट प्राप्त होती है। 
  • सम्पूर्ण जीवन बीमा में बदलने का विकल्प - इस प्रकार के बीमा को किसी भी वक़्त संपूर्ण जीवन बीमा में बदला जा सकता है। इस प्रकार का ऑप्शन अन्य कई बीमा पॉलिसी में नहीं होता है। 
इसके अतिरिक्त टर्म इंश्योरेंस लेने पर कई बार बीमा कंपनियां लंबी अवधि पर अतिरिक्त राइडर्स जोड़कर बीमित को लाभ कई लाभ प्रदान करते हैं 

टर्म इंश्योरेंस के नुकसान - 


टर्म इंश्योरेंस के कई फायदे हैं, स्वास्थ्य और अन्य बीमा के मुकाबले में। ठीक इसी प्रकार टर्म इंश्योरेंस के कई नुकसान भी है। 
  • मैच्योरिटी लाभ नहीं - टर्म इंश्योरेंस में जीवन बीमा की भांति, पॉलिसी की अवधि पूर्ण होने तक बीमित के जिवित रहने पर संपूर्ण जीवन बीमा की भांति मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं मिलते हैं। कुछ टर्म इंश्योरेंस में मैच्योरिटी पर प्रीमियम वापसी का लाभ बीमित को जरूर मिलता है। मैच्योरिटी के लाभ नहीं मिलने के कारण बीमा अवधि के पूर्ण होने तक जीवित रहने वाले ग्राहको को प्रीमियम राशि का शुद्ध नुकसान होता है, अगर पॉलिसी में मैच्योरिटी पर प्रीमियम वापसी की शर्त ना हो तब। 
  • समर्पण राशि का अभाव होना - इस प्रकार की पॉलिसी में जीवन बीमा की समर्पण करने का विकल्प नहीं होता है। ऐसे में पॉलिसी को बीच में छोड़ने पर बीमित को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिलता है। बीच में इसे छोड़ने पर प्रीमियम का शुद्ध नुकसान होता है। 
  • उम्र के अनुसार प्रीमियम - टर्म इंश्योरेंस में बीमित की प्रीमियम राशि आयु के अनुसार निर्धारित होती है। कई बार इसे ध्यान में रखते हुए समय और अवधि के साथ बीमाकर्ता बीमित को मिलने वाले लाभ कम कर देते हैं, या प्रीमियम की राशि को बढ़ा देते हैं। इस प्रकार का विकल्प संपूर्ण जीवन बीमा में नहीं होता है। 
  • निवेश का अभाव - टर्म इंश्योरेंस में किसी प्रकार के मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं होने के कारण इसे निवेश नहीं कहा जा सकता हैं। जब कि सम्पूर्ण जीवन बीमा मे निवेश का गुण होने के कारण मैच्योरिटी बेनिफिट प्राप्त होते हैं। 
  • छुपी हुई शर्तें - कई बार बीमाकर्ता द्वारा ऐसी शर्तें डाल दी जाती है, जिससे बीमित किसी बीमारी के समय भी लाभ नहीं ले पाता है। 
यह सही है कि टर्म इंश्योरेंस में सम्पूर्ण जीवन बीमा के मुकाबले में कई कमी है, लेकिन यह संपूर्ण जीवन बीमा के मुकाबले में बहुत सस्ता है, इसी के कारण यह बहुत प्रचलित हो रहा है, वर्तमान दौर में। 

अन्य प्रश्न - 


प्रश्न - टर्म इंश्योरेंस में बीमित के उत्तराधिकारी को मृत्यु लाभ कब सकता है, मिलता है? 

उत्तर - किसी बीमारी, दुर्घटना या प्राकृतिक तरीके से बीमित की बीमा अवधि में मृत्यु हो जाती है तो बीमित के उत्तराधिकारी को बीमा कंपनियां टर्म इंश्योरेंस की कुल बीमा राशि का भुगतान एकमुश्त करती है। 

प्रश्न - 1 करोड़ के टर्म इंश्योरेंस की पॉलिसी कितने रुपये की है? 

उत्तर - टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम उम्र के अनुसार होता है। सामन्यतः 18 वर्ष की उम्र में एक करोड़ के टर्म इंश्योरेंस का प्रीमियम ₹ 750/- प्रतिमाह होता है तो 50 वर्ष की उम्र में यह प्रीमियम राशि ₹ 4000/- मासिक तक हो जाती है। 

प्रश्न - किस आयु में टर्म इंश्योरेंस खरीदा जा सकता है? 

उत्तर - न्यूनतम 18 वर्ष की उम्र में टर्म इंश्योरेंस खरीदा जा सकता है, यह अधिकतम 99 वर्ष हो सकती है। 

प्रश्न - टर्म इंश्योरेंस मैच्योरिटी बेनिफिट कितना मिलता है? 

उत्तर - टर्म इंश्योरेंस में जीवन बीमा की भांति कोई मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं मिलता है। 

प्रश्न - टर्म इंश्योरेंस क्या सभी प्रकार की बीमारी कवर करता है? 

उत्तर - टर्म इंश्योरेंस यौन संचारित बीमारी पर किसी प्रकार का कवर नहीं देता है।

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