जोधपुर का मिर्ची बड़ा, घर पर बनाएं। MirchiBada

जोधपुर का मिर्ची बड़ा, घर पर बनाएं। MirchiBada

मानव के शरीर में जुबान का विशेष महत्व है, स्वाद के लिये। मानव की जुबान किसी भी खाद्य वस्तु के स्वाद की पहचान कर सकती है। जुबान कि इसी शक्ति के कारण मनुष्य विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का चटकारा लेने को मजबूर हैं। मनुष्य के दिल में एक तमन्ना छुपी हुई होती है, अपने पसंदीदा व्यंजनों के चटकारे लेने की। 

जोधपुर का मिर्ची बड़ा, घर पर बनाएं। MirchiBada

आदमी अपने पसंदीदा व्यंजन के अतिरिक्त कई अन्य व्यंजनों का भी कम से कम एक बार स्वाद चखने के लिए उत्साहित रहता है। जिस प्रकार के वह व्यंजन खाना पसंद करता हैं। ऐसे व्यंजन ही वो खाने के लिए अधिक उत्साहित रहता है। मनुष्य की पसंद उसकी प्रकृति और पारिवारिक खानपान पर अधिक निर्भर करती है। इसके बावजूद कुछ ऐसे व्यंजन भी होते हैं, जिनका स्वाद हर कोई लेना चाहता है। ऐसा ही एक व्यंजन है, जोधपुर का मिर्ची बड़ा। 

मिर्ची बड़ा क्या होता है? - 


मिर्ची बड़ा एक तीखा व्यंजन है। यह मसाला और बेसन से बना हुआ होता है। इसके बीच में एक साबुत (पूरी) हरी मिर्ची होती है। इसी मिर्ची के कारण इसे मिर्ची बड़ा कहा जाता है। यह देखने में बड़े के समान ही प्रतीत होता है, किंतु मिर्ची के कारण मिर्ची बड़ा कहा जाता है। मिर्ची बड़ा, बड़ा के मुकाबले में अधिक तीखा होता है। इसकी साइज अन्य सभी प्रकार के बड़ा से बड़ी होती है। सामन्यतः इसकी साइज एक मिर्ची के बराबर होती है। इसका वजन 120-150 ग्राम के लगभग होता है। मिर्ची बड़ा में बेसन और मिर्ची के अतिरिक्त आलू और अन्य मसाले भी होते हैं। 

जोधपुर का मिर्ची बड़ा अपने स्वाद के कारण पूरी दुनिया मे प्रसिद्ध है। जहां मिर्ची बड़ा का नाम आता है वहाँ जोधपुर का नाम खुद ब खुद आ ही जाता है। जोधपुर का समोसा अपने स्वाद और तीखेपन के साथ अनोखे तरीके से खाए जाने के कारण प्रसिद्ध है। जोधपुर में जितने भी स्वीट होम, नाश्ता की दुकाने और नमकीन की दुकान होती है, वहाँ मिर्ची बड़ा आसानी से मिल जाता है। जोधपुर के लोग मिर्ची बड़े को चाव से खाते हैं। खासतौर से, बरसात के मौसम मे मिर्ची बड़े कि दुकान के बाहर 100-200 ग्राहक की भीड़ जमा हो जाना आम बात है। लोग इस मौसम में दुकानों के बाहर लंबे समय तक अपनी बारी का इंतजार कर इसे खरीद कर खाते है। 

जोधपुर शहर में बाहर से आने वाले पर्यटक भी इसके चटकारे लेते हुए नजर आते हैं। घंटाघर, जोधपुर आने वाले विदेशी सैलानी भी इसका स्वाद चखते हुए मिल ही जाते हैं। आम जोधपुर के निवासी दो ब्रेड के बीच रखकर इसका स्वाद लेते हर गली नुक्कड या चौराहे की दुकान पर मिल जाना आम बात है। 

मिर्ची बड़ा बनाने के लिए सामग्री - 


घर पर मिर्ची बड़ा बनाने की आप तैयारी कर रहे हैं तो आपको इसे बनाने के लिए कुछ विशेष सामग्री को सबसे पहले इकट्ठा कर लेना चाहिए। बिना सभी सामग्री को डाले इसका स्वाद इतना उन्नत नहीं हो सकता है, जैसा जोधपुर की दुकानों के मिर्ची बड़ा का होता है। जोधपुर के खास मिर्ची बड़ा बनाने के लिए आपको निम्न सामग्री की आवश्यकता होगी - 

सामग्री  मात्रा 
हरी मिर्च (मोटी 5-6 इंच लंबी)  10 नग
बेसन (चना)  100 ग्राम 
आलू (उबाल कर मैश कर लेना)  250 ग्राम 
जीरा  आधा छोटा चम्मच 
धनिया पाउडर  1 छोटा चम्मच 
हल्दी पाउडर  आधा छोटा चम्मच से कम 
लाल मिर्च पाउडर  आधा छोटा चम्मच 
गरम मसाला  आधा छोटा चम्मच 
अमचूर  आधा छोटा चम्मच 
अजवाइन  आधा छोटा चम्मच 
मीठा सोडा  एक चुटकी 
हींग  एक चुटकी 
हरी मिर्च (कटी हुई)  2 नग 
धनिया (हरा काटा हुआ)  2 छोटा चम्मच 
पौदिना (हरा काटा हुआ)  1 छोटा चम्मच 
अदरक (पीसकर)  आधा छोटा चम्मच 
नमक  स्वादानुसार 
तेल  250 ml

उपर्युक्त सामग्री को इकट्ठा कर लीजिए। कुछ लोग इसके अतिरिक्त काजू और सूखे मेवे भी डालकर इसके स्वाद को और अधिक बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं। आपकी भी इच्छा हो तो इन्हें डाल सकते हैं। 

मिर्ची बड़ा बनाने की विधि - 


घर पर जोधपुर का स्वादिष्ट मिर्ची बड़ा बनाने के लिए सबसे पहले आलू लीजिए। इसे उबालकर हाथो से मैश (पीस देना) कर लीजिए। अब हरी मिर्ची के दो नग को काट दीजिए। अगर आप इसमे प्याज या अन्य सूखे मेवे मिलाना चाहते हैं तो आलू में मिला दीजिए। 

अब आप एक कढ़ाई में 1 चम्मच तेल डालकर गरम कीजिए। तेल के गरम होने पर जीरा का पाउडर या साबुत जीरा डालकर भून लीजिए। जीरा जैसे ही भून जाए आप इस तेल में हल्दी पाउडर, लाल मिर्च, धनिया पाउडर, और कटी हरी मिर्च, अदरक तथा अन्य मसाले डालकर भून लीजिए। जब मसाले पूरी तरह से भून जाए तो मैश किए हुए आलू, नमक, मीठा सोडा, हींग, अमचूर पाउडर, अदरक, धनिया, पुदीना, गरम मसाला पाउडर और अन्य मसाले डालकर सभी को अच्छे से मिलाते हुए इसमे मैश किया हुआ आलू भी डाल दीजिए और सभी को भून लीजिए। इनको तब तक भूनना है, जब तक आलू पूरी तरह से ना पक जाए। आलू के पकने पर उसका रंग हल्का लाल हो जाता है। अधिक पकने से स्वाद कचैला हो जाता है। ऐसे में बराबर ही पकाये ना कम ना ज्यादा। 

जब आलू भून जाए तो इसे स्टोव से नीचे रख दीजिए या स्टोव बंद कर दीजिए। यह मिर्ची में भरने के लिए आपका मसाला (स्टफिंग) बनकर तैयार हो चुका है। इसे एक प्लेट में निकाल ठंडा होने के लिए रख दीजिए। अब आप एक कटोरी में बेसन लेकर उसमे पानी मिला हल्का गाढ़ा घोल बना लीजिए। घोल इतना गाढ़ा होना चाहिए जैसा पकोड़े बनाने के लिए बनाया जाता है। इस घोल को भी कुछ समय के लिए रख देना चाहिए ताकि अच्छी तरह से घुल जाए और कोई सूखा बेसन या बूंदे ना बचे। 

जब तक स्टफिंग ठण्डी हो तब तक हरी लंबी मिर्ची को साफ धोकर कपड़े से साफ कर लीजिए। अब मिर्ची को इस तरीके से एक साइड से चीरा लगाए की पूरी मिर्ची के बीज निकल सके और उसमे स्टाफिंग को भरा जा सके (इसे आप चित्र में देख सकते हैं) । अगर आपको ज्यादा तीखा पसंद है तो मिर्ची के बीज ना निकाले अन्यथा बीज निकाल भी सकते हैं। इसके बाद इसमे स्टफिंग भरे, जिसे भी आप चित्र में देख सकते हैं। 

जोधपुर का मिर्ची बड़ा, घर पर बनाएं। MirchiBada

अब चीरा दी हुई लंबी मिर्ची को लेकर उसमे तैयार किया गया स्टफिंग भर दीजिए। स्टाफिंग को कैसे भरना है आप यह चित्र से समझ सकते हैं। यह थोड़ा बहुत मिर्ची के चारो तरफ भी लपेट दीजिए। 

अब एक कड़ाई लीजिए, उसमे लगभग 200 ग्राम तेल डालकर स्टोव पर रख दीजिए। जब तेल गर्म हो जाए तब स्टफिंग से भरी हुई हरी मिर्ची को पहले तैयार किए गए बेसन के घोल में डुबोकर गर्म तेल में डाल दीजिए। जब इसका रंग हल्का लाल हो जाए तब इसे कड़ाई से निकालकर किसी प्लेट में रख दीजिए। अब यह पक चुका है। 

पके हुये मिर्ची बड़ा को आप धनिया और पुदीना की चटनी के साथ मजे से खा सकते हैं। अगर यह अधिक तीखा है तो ब्रेड के साथ भी खा सकते हैं। आजकल कई लोग इसे सॉस के साथ भी खाना पसंद करते हैं। धनिया और पुदीना की चटनी बनाने के लिए इसे मिक्सी से पीसकर उसमे निम्बू मिलाकर तैयार कर लीजिए।

मिर्ची बड़ा खाने के फायदे - 


अक्सर लोग सवाल करते रहते हैं कि जोधपुर और राजस्थान के लोग इतना तीखा नमकीन और मिर्ची बड़ा क्यों खाते हैं? आखिर ऐसी क्या बात है कि लोग इतना तीखा मिर्ची बड़ा बड़े चाव से खा लेते हैं। किसी और प्रदेश के व्यक्ति को मिर्ची बड़ा दिया जाए तो इतनी आसानी से नहीं खा सकता है। इसके साथ ही कई लोग यह भी पूछते हैं कि मिर्ची बड़ा खाने के क्या फायदे हैं? तो आइये आपको बताते हैं इसके फायदे - 
  • गर्मी का एहसास - जैसा कि आपको पहले ही बता दिया गया है कि मिर्ची बड़ा में हरी साबुत मिर्ची होती है, इसके अतिरिक्त सूखी लाल मिर्च का पाउडर भी होता है। इतनी मिर्ची के कारण शरीर में तत्काल गर्मी आती है। यही कारण है कि बरसात आने से अचानक होने वाले तापमान में परिवर्तन के बाद लोग शरीर को तत्काल गर्मी देने के लिए मिर्ची, बड़ा और पकोड़े का उपभोग बढ़ा देते हैं। 
  • जुकाम ठीक होना - जोधपुर समेत पूरे राजस्थान में लोगों को यह कहते हुए अक्सर सुना जाता है कि जुकाम होने पर गरमा गर्म मिर्ची बड़ा खाने से ठीक हो जाता है। गरमा गर्म मिर्ची बड़ा खाने से रुका हुआ गला और नाक खुल जाते हैं। इनके खुलने से जुकाम ठीक हो जाता है। वैसे जुकाम में कई अन्य चीजे जो गर्म होती है, फायदा पहुंचाती हैं। 
  • गर्मी से फायदा और राहत - कहा जाता है गर्मी को गर्मी काटती है। ऐसे में गर्म प्रदेशों के लोग अक्सर तीखा खाना पसंद करते हैं। तीखा खाना शरीर में गर्मी से लड़ने की शक्ति पैदा करता हैं। यही कारण है कि लोग मिर्ची बड़ा खाना पसंद करते हैं। सर्दी तो सर्दी गर्मी के मौसम में भी मिर्ची बड़ा की दुकानों पर भीड़ लगी हुई मिल ही जाती है। 
  • वजन घटाना - मिर्ची में पाया जाने वाला कैप्साइसिन मानव शरीर में कोलेस्ट्रोल को कम करता हैं। इससे हृदय को मजबूती मिलती है, साथ ही मिर्ची में वसा कम होता है। इसके चलते मिर्ची के सेवन से वजन में कमी आती है। 
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि - मिर्ची मे पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। मिर्ची बड़ा में मिर्ची होने से व्यक्ति को मिर्ची से प्राप्त होने वाला लाभ प्राप्त होता है। 
सबसे बड़ी बात होती है मनुष्य के लिए स्वाद की। तीखी मिर्ची को यूँ तो खाया नहीं जा सकता है भले ही यह कितनी भी गुणकारी क्यों ना हो उसके लिए। इसे स्वादिष्ट बनाकर खाता है, जिससे इसके गुणों का लाभ मनुष्य को प्राप्त हो सके। मिर्ची आँखों को तेज करती हैं। ऐसे में इसे स्वादिष्ट बनाकर खाने के लिए विभिन्न व्यंजन बनाए जाते हैं, मिर्ची बड़ा भी एक स्वादिष्ट व्यंजन है और मनुष्य इसे चाव से खाता है। 

मिर्ची बड़ा नाम कैसे पड़ा? 


मिर्ची बड़ा भी एक तरीके से पकौड़ा ही है। इसे बनाने के लिए लगभग पकौड़े के समान ही सामग्री उपयोग में ली जाती है। इसे पकौड़े से अलग कुछ बनाता है तो वह है, मिर्ची। मिर्ची के कारण ही इसका नाम मिर्ची बड़ा पड़ा। मिर्ची में ही मसाला भरकर और इसके  चारो तरफ लपेटकर बेसन के घोल में डुबोकर इसे बनाया जाता है। इसी मिर्ची के कारण इसका नाम मिर्ची बड़ा पड़ा। 

मिर्ची बड़ा का नाम ठीक उसी प्रकार से है, जैसे नमक पारा का नाम नमक के कारण होता है। मिर्ची बड़ा का नाम पकौड़ा बनाने के लिए मिर्ची उपयोग मे ली जाती है। 

अन्य प्रश्न - 


प्रश्न - मिर्ची बड़ा कैसे बनाते हैं?

उत्तर - मिर्ची बड़ा बनाने के लिए हरी मिर्ची में चीरा लगाकर उसमे आलू और मसालों की स्टफिंग भरी जाती है। फिर उसे बेसन के घोल में डुबोकर गर्म तेल में तल दिया जाता है। इसकी सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप यह पेज पूरा पढ़े, इसके लिए इसे ऊपर की तरफ स्क्रोल करे। 

प्रश्न - क्या मिर्ची बड़ा घर पर बनाया जा सकता है?

उत्तर - जी हाँ, घर पर आसानी से जोधपुर का प्रसिद्ध व्यंजन मिर्ची बड़ा आसानी से बनाया जा सकता है। इसे बनाने के लिए जिस सामग्री और विधि की आवश्यकता है उसे जानने के लिए पेज को ऊपर की तरफ स्क्रोल कीजिए। 

प्रश्न - मिर्ची बड़ा किस शहर का प्रसिद्ध हैं?

उत्तर - मिर्ची बड़ा राजस्थान राज्य के जोधपुर शहर का बहुत प्रसिद्ध है। जोधपुर में बरसात के मौसम में प्रतिदिन मिर्ची बड़े का करोड़ों रुपये का व्यापार होता है। 

प्रश्न - जोधपुर के लोग मिर्ची बड़ा कैसे खाते हैं?

उत्तर - जोधपुर के लोग मिर्ची बड़ा दो ब्रेड के बीच में रखकर खाते हैं। यह जोधपुर में मिर्ची बड़ा खाने का आम तरीका है। राजस्थान के अन्य शहरों में इसे धनिया और पुदीना की चटनी और सॉस के साथ भी खाया जाता है। 

प्रश्न - मिर्ची बड़ा बनाने की रेसिपी बताईये?

उत्तर - जी हां, मिर्ची बड़ा की रेसिपी को जानने के लिए इस पेज को खोलकर पढ़िए। घर पर मिर्ची बड़ा कैसे बनाया जा सकता है, कि सम्पूर्ण जानकारी और आवश्यक सामग्री की जानकारी देने के साथ ही घर पर बनाने की विधि दी हुई है। 

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