पिछले कुछ बर्षों में भारत में लोन लेने वालों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। इसका कारण भारतीय बैंकों द्वारा लोन को आसान करने के लिए कई प्रकार की योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाना है। आजकल बैंक के अतिरिक्त कुछ वित्तीय संस्थान तो ऑन कॉल भी लोन देने लगे हैं।
वर्तमान में मकान, कार, शिक्षा और विवाह के लिए भारतीय बैंक द्वारा लोन दिए जाते हैं। ठीक इसी प्रकार से लोन देने के लिये भी कई प्रकार की संपत्तियों को गिरवी रखने का कार्य भी शुरु किया जा चुका है। इसके लिए मकान, दुकान, जमीन के साथ जेवर भी गिरवी रखे जा रहे हैं।
गोल्ड लोन क्या होता है?
जब बैंक द्वारा लोन देने के बदले में ऋणी के सोने के जेवर या सोना गिरवी रखकर उसके मूल्य के आधार पर कर्ज देते हैं। इस प्रकार का लोन बैंक के लिए सुरक्षित श्रेणी के लोन में आते हैं। इस प्रकार के लोन को बंक या वित्तीय संस्थान तीव्रता से देते हैं। इसके लिए बैंक को ग्राहक से अधिक कागजात मांगने की आवश्यकता नहीं होती है और ना ही उसके क्रेडिट स्कोर की लोन में कोई भूमिका होती है। यह एक प्रकार से मॉर्गेज लोन हैं, जिसके कारण ब्याज की दर भी नाममात्र की ही होती है।
गोल्ड लोन की दशा में बैंक अथवा वित्तीय संस्थान द्वारा सोने के मूल्य का निर्धारण कर, उसके मूल्य से कम एक निश्चित प्रतिशत में लोन देते हैं। इस प्रकार का लोन जितनी अधिक अवधि के लिए होता है, उतना ही सोने के मूल्य के मुकाबले में आनुपातिक रुप से कम लोन मिलता है। अधिक अवधि के लिए ब्याज की दर भी थोड़ी सी अधिक होती है। यहां इस बात को आपको स्पष्ट बताना चाहेंगे कि सोने के मूल्य का निर्धारण बाजार मूल्य के आधार पर किया जाता है।
एसबीआई गोल्ड लोन -
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) भी अन्य बैंक और वित्तीय संस्थाओं की भांति सोने पर लोन देता है। यह लोन देने के लिए एसबीआई की अपनी शर्तें और नियम है। एसबीआई भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक बैंक होने के नाते भारत में सर्वाधिक लोन भी देता है।
एसबीआई से भी गोल्ड लोन लेने के लिए अन्य बैंक की भांति ग्राहक को अपना सोना बैंक के पास गिरवी रखना पड़ता है। बैंक किस प्रकार से कितना और किस ब्याज दर पर कर्ज देता है? पूरी जानकारी आपके साथ इस आर्टिकल के माध्यम से शेयर करने जा रहे हैं।
एसबीआई गोल्ड लोन की विशेषता -
एसबीआई गोल्ड लोन सोने को गिरवी रखकर किसी भी एसबीआई बैंक की शाखा द्वारा दिया जाने वाला लोन है, इसकी विशेषताएं निम्नलिखित है -
- लोन राशि - एसबीआई गोल्ड लोन न्यूनतम ₹ 20 हजार से अधिकतम ₹ 50 हजार तक का ऋण लिया जा सकता है। यहां ध्यान रखें यह ऋण आभूषण और सोने के बाजार मूल्य के अनुसार होता है।
- प्रतिभूति - एसबीआई गोल्ड लोन के लिए लोन की सुरक्षा के लिए प्रतिभूति के तौर पर सोने को गिरवी रखा जाता है।
- ब्याज दर - गोल्ड लोन पर व्यक्तिगत ऋण के मुकाबले में ब्याज की दर कम होती है।
- मार्जिन - बैंक में प्रतिभूति के तौर पर गिरवी रखे जाने वाले सोने के पूरे बाजार मूल्य के बराबर लोन नहीं दिया जाता है। बैंक द्वारा निर्धारित किए गए मार्जिन प्रतिशत के अनुसार ऋण दिया जाता है, जो समय के अनुसार घटता-बढ़ता है।
- प्रोसेसिंग फीस - बैंक से सोने पर ऋण लेने के लिए बैंक नाममात्र की प्रोसेसिंग फीस लेता है।
- भुगतान - बैंक द्वारा दिए जाने वाले गोल्ड लोन के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं है, जो अवधि के आधार पर बनी हुई है। इनका भुगतान निश्चित अवधि के पूर्ण होने के दिवस या उससे पूर्व किया जाना आवश्यक होता है।
उपर्युक्त सभी विशेषताएं इसकी प्रकृति के आधार पर है, इससे आप समझ सकते हैं कि एसबीआई गोल्ड लोन किस प्रकार से कार्य करता है।
एसबीआई गोल्ड लोन ब्याज दर (interest rate) रेट -
एसबीआई द्वारा दिए जाने वाले गोल्ड लोन पर बैंक द्वारा ब्याज वसूला जाता है। गोल्ड लोन पर ब्याज दर स्थायी नहीं होती है, यह बदलती रहती है ब्याज के बाजार मूल्यों के आधार पर। इसे बैंक की भाषा में 'मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट' (MCLR) कहा जाता है, ऐसे में आप सारणी में MCLR को परिवर्तन दर से समझे।
यह सारणी वित्तीय वर्ष 2023-24 की दर पर आधारित है। मूल दर समान बनी रहती है, परिवर्तन दर बाजार पर आधारित है।
योजना (स्कीम) | ब्याज दर | MCLR | प्रभावी दर |
---|---|---|---|
तीन महीने बाद एकमुश्त भुगतान | 8.50% | . 55% | 9.05% |
छह महीने बाद एकमुश्त भुगतान | 8.85% | . 35% | 9.20% |
12 महीने बाद एकमुश्त भुगतान | 8.90% | . 50% | 9.45% |
12 महीने मे किश्त से भुगतान | 8.95% | 1.25% | 10.20% |
गोल्ड लोन के ब्याज की दरे समान नहीं होती है। यह बाज़ार मूल्यों के आधार पर निर्धारित होती है। MCLR प्रतिवर्ष समान नहीं रहती है, यह परिवर्तित होती रहती है। ऐसे में यह दर लोन लेने के बाद घट-बढ़ सकती है। लेकिन यह वृद्धि कमी प्रभावी दर को महज 0.10-0.20% तक ही परिवर्तित कर सकती है।
एसबीआई गोल्ड लोन केलकुलेशन -
एसबीआई से गोल्ड लोन लेने के इच्छुक लोग अक्सर पूछते हैं कि गोल्ड लोन में गोल्ड के मूल्य के अनुपात में कितना ऋण मिल सकता है? क्या यह सोने की खरीद के मूल्य के आधार पर होता है? या सोने के बाजार मूल्यों पर आधारित होता है। सोने के आधार पर इस तरह के लोन के मूल्यों की गणना कैसे की जाती है?
यहां आपको बता दे कि एसबीआई गोल्ड लोन का मार्जिन ऋण की योजना के आधार पर निर्भर करता है।
योजना | मार्जिन |
---|---|
तीन महीने बाद एकमुश्त भुगतान | 30% |
छह महीने बाद एकमुश्त भुगतान | 30% |
12 महीने बाद एकमुश्त भुगतान | 35% |
12 महीने मे किश्त से भुगतान | 25% |
यहाँ मार्जिन से अभिप्राय बाजार मूल्य और ऋण की राशि के बीच के अन्तर से है। दोनों के बीच में जो आनुपातिक या प्रतिशत अन्तर है, उसे मार्जिन कहा जाता है। उदाहरण के लिए देवेन्द्र एसबीआई से ₹ 100000/- बाजार मूल्य वाली ज्वेलरी (गोल्ड के जेवर) बैंक में गिरवी रखकर गोल्ड लोन लेता है। अगर वह तीन या छह महीने बाद एकमुश्त भुगतान योजना का चयन करता है, तो उसे 30% मार्जिन को छोड़कर ₹ 70000 का लोन मिलेगा। ऐसे ही अगर वह 12 महीने बाद एकमुश्त भुगतान का विकल्प लेता तो ₹ 65000/- और 12 महीने में किश्त से भुगतान योजना का विकल्प लेता है तो ₹ 75000/- का एसबीआई से लोन मिलेगा।
गोल्ड लोन प्रोसेसिंग फीस -
एसबीआई गोल्ड लोन लेने के लिए बैंक में आवेदन किया जाता है तो बैंक लोन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए प्रोसेसिंग शुल्क लेता है। यह शुल्क लोन की राशि पर निर्भर करते हैं। जो निम्नानुसार हैं -
योजना | शुल्क |
---|---|
तीन महीने बाद एकमुश्त भुगतान | ₹ 200/- +जीएसटी |
छह महीने बाद एकमुश्त भुगतान | ₹ 200/- +जीएसटी |
12 महीने बाद एकमुश्त भुगतान | ऋण राशि का 0.5% या न्यूनतम ₹500 जो अधिकतम ₹ 10,000 + जीएसटी |
12 महीने मे किश्त से भुगतान | ऋण राशि का 0.5% या न्यूनतम ₹500 + जीएसटी |
यहां ध्यान रखे यह प्रॉसेसिंग शुल्क लोन पास होने के बाद लिया जाता है। आवेदन करने पर यह शुल्क नहीं लिया जाता है। इसकी राशि भी लोन की राशि (जो सोने का बाजार मूल्य और मार्जिन तय होने के बाद निकाली जाती है) पर निर्भर करती हैं।
एसबीआई गोल्ड लोन लेने के लिए योग्यता/पात्रता -
एसबीआई गोल्ड लोन पूरी तरह से सुरक्षित लोन है। बैंक पहले ग्राहक से सोना लेता है, उसका बाजार मूल्य निर्धारित कर मार्जिन की राशि की कटौती करते हुए लोन देता है। ऐसे में, गोल्ड लोन लेने के लिए बैंक आय से सम्बन्धित जांच के लिए किसी प्रकार के दस्तावेज की मांग नहीं करता है। अतः इसके लिए निम्नलिखित पात्रता का होना आवश्यक है -
- आयु - न्यूनतम 18 वर्ष, अधिकतम की कोई सीमा निश्चित नहीं है।
- व्यवसाय - नौकरी पेशा, रिटायर, नियमित आय वाला या अन्य कोई भी सोना जमा करा ऋण ले सकता है।
यहाँ ध्यान से लोन का आवेदन करने के लिए भारतीय नागरिक होना आवश्यक है, साथ ही बैंक में खाते का होना भी आवश्यक है।
एसबीआई गोल्ड लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज -
एसबीआई ग्राहक को गोल्ड लोन देने से पूर्व ग्राहक की केवाईसी (नो योर कस्टमर) को आवश्यक रुप से पूरा करता है, ऐसे में ग्राहक के पास निम्नलिखित दस्तावेज का होना और बैंक में सत्यापन के लिए मूल दिखाना और उनकी फोटो प्रति को जमा कराना होता है।
- पूरा भरा हुआ आवेदन पत्र,
- दो पासपोर्ट साइज फोटो,
- पहचान पत्र (आधार या अन्य प्रमाण पत्र),
- मूल निवास या पत्ते की पुष्टि करने का पत्र,
- ग्राहक के निरक्षर होने पर साक्षी प्रमाण पत्र (किसी पात्र व्यक्ति द्वारा,
- स्वर्ण आभुषण या स्वर्ण क्रय का पत्र,
- स्वर्ण जमा का पत्र (बैंक द्वारा जमा के बाद जारी किया जाता है)।
इनके अतिरिक्त बैंक द्वारा किसी अन्य प्रमाण पत्र जैसे डीपी नोट (जिसमें आभूषण अथवा सोना जमा कराने की सहमती, स्टाम्प पर लिखी हुई हो। की मांग कर सकता है।
गोल्ड लोन और पर्सनल लोन में अन्तर -
अन्तर का आधार | गोल्ड लोन | पर्सनल लोन |
---|---|---|
गिरवी | सोना या सोने के आभूषण गिरवी रखना होता है। | किसी भी प्रकार की वस्तु या सम्पति गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं। |
ब्याज दर | सुरक्षित ऋण होने से कम ब्याज दरें। | असुरक्षित ऋण होने से ऊंची ब्याज दरें। |
स्वीकृति | तुरंत। | सत्यापन के कारण काफी समय लगता है। |
राशि | अधिक सोना होने पर अधिक लोन मिल सकता है। | उच्च क्रेडिट स्कोर के बावजूद भी कम राशि। |
जोखिम | समय पर भुगतान नहीं होने से सोने या आभूषण जो जमा किए बैंक ले लेता है। | सम्पति का नुकसान नहीं लेकिन सिबिल स्कोर खराब कर देता है। |
क्रेडिट स्कोर | स्वीकृति के लिए आवश्यकता नहीं। | इसी के आधार पर लोन की स्वीकृति होती है। |
उपर्युक्त सभी अन्तर बैंक की लोन देने की दोनों योजनाओं की मूल विशेषताओं के आधार पर लिए गए हैं।
अन्य प्रश्न -
प्रश्न - एसबीआई गोल्ड लोन अधिकतम कितनी अवधि के लिए दिया जा सकता हैं?
उत्तर - एसबीआई गोल्ड लोन जिसका एकमुश्त भुगतान करना हो, ऐसा लोन अधिकतम एक वर्ष के लिए। और ऐसा लोन जिसका भुगतान किश्तों में करना हो अधिकतम 3, वर्ष के लिए मिल सकता है।
प्रश्न - एक लाख के गोल्ड लोन पर एसबीआई कितना ब्याज लगता है?
उत्तर - एसबीआई गोल्ड लोन पर ब्याज की दर अवधि और योजना के अनुसार तय होती है, जो 9%-10.3% के बीच होती है।
प्रश्न - 1 ग्राम सोने पर कितना गोल्ड लोन मिलता है?
उत्तर - एसबीआई या अन्य बैंक द्वारा 1 ग्राम पर लोन नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि इस प्रकार का लोन न्यूनतम ₹ 20000/- के लिए दिया जाता है। ऐसे में एक ग्राम सोने का मूल्य किसी भी परिस्थिति में ₹ 20000/- नहीं होता है। यहां यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सोने के बाजार मूल्य पर अवधि और योजना के अनुसार मार्जिन तय होता है, जिसके कारण वास्तविक बाजार मूल्य के 65-75% (योजना के अनुसार) ही लोन मिल पाता है।
प्रश्न - 1 लाख के गोल्ड लोन की ईएमआई कितनी होती है?
उत्तर - गोल्ड लोन की ईएमआई लोन की योजना और अवधि के आधार पर निर्भर करती है। क्योंकि इसकी ब्याज की दरे योजना और अवधि के अनुसार तय होती है।
प्रश्न - 10 ग्राम सोने पर एसबीआई कितना लोन देता है?
उत्तर - 10 ग्राम सोने के बाजार मूल्य के 65-75% (योजना के अनुसार) मिलता है।
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