कॉमर्स से सरकारी नौकरी। Government Jobs for Commerce Students

कॉमर्स से सरकारी नौकरी। Government Jobs for Commerce Students

आजकल सरकारी नौकरी का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। भारतीय विश्वविद्यालयों में अध्ययरत युवाओं के मध्य सरकारी नौकरी का प्रेम साफ झलकता हैं। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी सरकारी नौकरी के प्रेम में डूबे हुए होते हैं। अधिकांश विद्यार्थियों की आकांक्षा सरकारी नौकरी हासिल करने की होती हैं।
कॉमर्स से सरकारी नौकरी। Government Jobs for Commerce Students

पिछले कुछ वर्षों में युवाओं में सरकारी नौकरी के प्रति प्रेम बढ़ने का प्रमुख कारण समाज का बदलता हुआ रवैया भी है। समाज के लोगों के मध्य भी सरकारी नौकरी को लेकर साफ उत्सुकता नजर आ रही हैं। समाज के लोगों का सरकारी नौकरी के प्रति अलग ही प्रकार का नजरिया देखने को मिलता है। सरकारी नौकरी को समाज जिस दृष्टिकोण और भाव के साथ देख रहा है, उस भाव के चलते युवाओं में भी सरकारी नौकरी के लिए प्रेम बढ़ा है।

सरकारी नौकरी का अर्थ -


सरकारी नौकरी से तात्पर्य किसी व्यक्ति का किसी सरकारी विभाग, संस्था, या उपक्रम में काम करने से हैं। सरकारी नौकरी प्राप्त करने लिए, अभ्यर्थियों का चयन करने के लिए सरकार के संस्थान द्वारा से आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षा देने के साथ सभी मानदंड पूरे करते हुए चयनित होने से हैं। सरकारी नौकरी में कई प्रकार के पद होते हैं, जैसे कि लिपिक, क्लर्क, शिक्षक, कनिष्ठ सहायक, चिकित्सक, जूनियर स्टेनोग्राफ़र, पटवारी सिपाही, अधिकारी और अन्य सहायक पद इत्यादि। 

दूसरे शब्दों में सरकारी नौकरी का अर्थ किसी भी सरकारी विभाग या संस्थान के पद पर नौकरी करने से है जैसे, सरकारी कार्यालय, विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, सरकारी कंपनी इत्यादि के पदों पर काम करने से है। भारत में सरकारी नौकरी में निजी कंपनियों के मुकाबले में अधिक वेतन मिलने के साथ ही नौकरी पूरी तरह से स्थायी होने के कारण सुरक्षित होती हैं। सरकारी विभाग के साथ ही सरकारी पद पर नौकरी करना जिसका वेतन राज्य या केंद्र की सरकारों द्वारा दिया जाता है, उसे सरकारी नौकरी कहा जाता है।

कॉमर्स या वाणिज्य विषय की पढ़ाई -


कॉमर्स (Commerce) या वाणिज्य विषय की पढ़ाई व्यापार और व्यवसाय से संबंधित विषयों का अध्ययन होता हैं। इसमें विद्यार्थी के भीतर व्यवसायिक कौशल निर्मित करने के साथ ही व्यवसाय के सफल संचालन के लिए विषय का अध्ययन कराया जाता है। व्यवसाय के सफल संचालन के लिए वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान से जुड़े पहलू पर विशेष जोर दिया जाता हैं। कॉमर्स अथवा वाणिज्य विषय की की पढ़ाई करने से व्यवसाय को स्थापित करने के साथ ही कई सरकारी और निजी क्षेत्र में नौकरी प्राप्त किए जाने के अवसर भी उपलब्ध रहते है।

वाणिज्य में व्यापार और वित्त से जुड़ी हुई पढ़ाई होने के कारण इससे जुड़े हुए विषय का अध्ययन कराया जाता था। इसमें लेखाशास्त्र (Accountancy), अर्थशास्त्र (Economic ), व्यावसायिक अध्ययन (Bussiness Studies), के अतिरिक्त कुछ अन्य विषय पढ़ाए जाते हैं। जिनमें सांख्यिकी, सूचना विज्ञान अभ्यास, विपणन, कराधान, मानव संसाधन, व्यापार प्रबंधन और वित्तीय प्रबंधन इत्यादि प्रमुख हैं। अधिक जानकारी के लिए कॉमर्स में क्या सब्जेक्ट ले को पढ़ सकते है। 

वाणिज्य विषय से सरकारी नौकरी -


आजकल पढ़ने वाले युवाओं में समाज के दबाव के चलते सरकारी नौकरी प्राप्त करने का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में वाणिज्य विषय से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी सरकारी नौकरी  को प्राप्त करने के लिए, कई तरह के सरकारी विभागों के पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इनमें से कुछ पद निम्नानुसार हो सकते है, इसे आप स्नातक अथवा ग्रेजुएट विद्यार्थियों के लिए समझ सकते है।

क्षेत्र पद 
बैंक  प्रोबेशनरी ऑफिसर (विपणन और प्रशासन )
सिविल सेवा भारतीय प्रशासनिक सेवा के साथ ही राजस्व और राज्य स्तरीय प्रशासनिक सेवाएं।
(यह सेवाएं किसी भी विषय से उत्तीर्ण स्नातक डिग्रीधारी के लिए होती हैं )
संयुक्त स्नातक संयुक्त स्नातक स्तर पर SSC द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं को उत्तीर्ण कर इनकम टैक्स ऑफिसर, लेखाकार और अंकेक्षक के रुप में नौकरी प्राप्त की जा सकती हैं।
बीमा बीमा कंपनी (भारतीय बीमा निगम के साथ अन्य सरकारी सामान्य बीमा कंपनी) में प्रशासनिक अधिकारी के साथ विपणन और वित्त विभाग में।
शिक्षा  शिक्षा के क्षेत्र में स्नातक के बाद शिक्षा शास्त्री की उपाधि प्राप्त कर शिक्षक के रूप में सरकारी नौकरी प्राप्त की जा सकती है।
वित्त केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न वित्त विभागों में सरकारी नौकरी प्राप्त की जा सकती हैं।
अन्य लगभग सभी सरकारी विभागों में लिपिक, लेखाकार और अंकेक्षक के रुप में सरकारी नौकरी प्राप्त की जा सकती है।

इसके अतिरिक्त भारतीय रिजर्व बैंक और राजस्व सेवाओं में भी वाणिज्य विषय के साथ अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए सरकारी विभागों में नौकरियां सुरक्षित होती हैं।

क्या सिर्फ कॉमर्स विषय के लिए सरकारी नौकरी होती है?


अधिकांश सरकारी विभागों में नौकरी के लिए स्नातक का होना अनिवार्य होता है। ऐसे में कॉमर्स के विद्यार्थी की सरकारी सेवा में आवेदन कर सकते हैं। जिन विद्यार्थियों ने वाणिज्य विषय से स्नातक किया है, वह किसी भी स्नातक स्तरीय आयोजित की जाने वाली परीक्षा में भाग ले सकते है। यह ठीक ऐसे ही ही है, जैसे दूसरे विषय (कला और विज्ञान) की विद्यार्थी स्नातक स्तरीय परीक्षाओं में भाग लेते हैं। अन्य विषय के विद्यार्थियों की तरह वाणिज्य के विद्यार्थी भी स्नातक स्तरीय परीक्षाओं में भाग दे सकते हैं जो परीक्षाएं कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की जाती है।

हालांकि इन बातों को छोड़कर कुछ विशेष क्षेत्र को देखें तो वहां महज कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए सरकारी नौकरी सुरक्षित होती है। इन सेवाओं में दूसरे विषय के विद्यार्थियों को अनुमति नहीं होती है। ऐसी नौकरी के लिए कॉमर्स से स्नातक करने वाले विद्यार्थी ही योग्य माने जाते हैं। ऐसी कुछ सेवाएं निम्नलिखित हो सकती है जो सरकारी नौकरी के रूप में है। यह सेवाएं लगभग सभी विभागों में होती है। 

लेखाकार - लगभग सभी विभागों में लेखाकार अथवा अकाउंटेंट के पद होते हैं जहां कॉमर्स से स्नातक किए हुए विद्यार्थी की योग्य माने जाते हैं। इन पदों के लिए लेखाशास्त्र का ज्ञान होना अनिवार्य होता है। इसी के कारण कॉमर्स के विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाती है।
अंकेक्षक - सभी विभागों में वित्तीय लेनदेन कर लेखा जोखा करने का कार्य होता है, यह कार्य एक लेखाकार के अलावा अंकेक्षक द्वारा किया जाता है, जिसमें कॉमर्स से स्नातक करने वाले विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाती हैं।
कर अधिकारी - करो का निर्धारण करने के अतिरिक्त कर राशि का निर्धारण करने के लिए कर अधिकारी की आवश्यकता होती हैं, इसमें भी कॉमर्स के विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाती हैं।
बैंक - बैंक में विपणन और प्रशासन के साथ नीति निर्धारण करने के लिए कॉमर्स के विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाती हैं।

हालांकि अधिकांश सरकारी नौकरी सभी विषय के विद्यार्थियों के लिए खुली होने से अधिक महत्व शिक्षा को नहीं दिया जाता है, किन्तु निजी क्षेत्र में उपर्युक्त सभी नौकरी केवल कॉमर्स विषय के विद्यार्थियों के लिए ही सुरक्षित होती हैं।

क्या कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए सरकारी नौकरी नहीं होती - 


ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए भी कई प्रकार की नौकरियां सुरक्षित होती है, साथ ही मैट्रिक, उत्तर मैट्रिक के अलावा 10+2 के साथ ही संयुक्त स्नातक स्तर पर आयोजित की जाने वाली सभी नौकरी के लिए कॉमर्स के विद्यार्थी योग्य माने जाते है। कॉमर्स से स्नातक करने के बाद भी वह ऐसी सरकारी सेवा में जा सकते है।

कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए सरकारी सेवा में जाने के अवसर उपलब्ध होते हैं। किंतु आमतौर पर कहा जाता है कि कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए सरकारी नौकरी नहीं होती है उसके कुछ कारण निम्नलिखित हो सकते हैं -

  1. सामान्य ज्ञान का विषयवस्तु में अभाव - वाणिज्य विषय के पाठ्यक्रम में सामान्य ज्ञान का महत्व बहुत कम होता है। काम तो क्या नाम मात्र काफी नहीं होता है कई बार ऐसे में वाणिज्य के विद्यार्थी सरकारी नौकरी के लिए आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षा के लिए नाकाबिल हो जाते है। क्योंकि उन्हें सामान्य ज्ञान की जानकारी नाममात्र की भी नहीं होती है। ऐसे में वह प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी खुद को तत्पर नहींकर पाते है, जिसके कारण समाज में भ्रांति फैली हुई हैं कि वाणिज्य के लिए सरकारी नौकरी नहीं होती हैं, किंतु यह सत्य नहीं है।
  2. इतिहास का पाठयक्रम न होना - वाणिज्य के पाठ्यक्रम में सामान्य ज्ञान की भांति ही इतिहास को भी कोई महत्व नहीं होता है, जबकि आजकल सभी सरकारी नौकरी के लिए आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान के अलावा इतिहास भी होता है, इतिहास में रुचि जागृत नहीं होने से वह सरकारी नौकरी के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल भी नहीं होते हैं।
  3. क्षेत्र विशेष की जानकारी विषयवस्तु में न होना - वाणिज्य के पाठयक्रम में लेखाशास्त्र के अलावा अर्थशास्त्र और व्यावसायिक अध्ययन पर जोर दिया जाता है, ऐसे में क्षेत्र विशेष की जानकारी का अभाव होता हैं। दूसरी तरफ विभिन्न सरकारी नौकरी के लिए क्षेत्र विशेष से जुड़ी हुई जानकारी के प्रश्नों का विशेष महत्व होता हैं, जिसके कॉमर्स के विद्यार्थी सरकारी नौकरी के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल नहीं होते है अथवा उनकी रुचि का अभाव पाया जाता हैं।
  4. विद्यार्थियों में सरकारी क्षेत्र में रुचि कम कर देना - वाणिज्य अथवा कॉमर्स के विद्यार्थी व्यावसायिक शिक्षा पर अधिक जोर देते है, जिसके कारण कॉमर्स पढ़ने वालों में सरकारी नौकरी के प्रति रुझान भी कम हो जाता है। कॉमर्स के विद्यार्थियों का रुझान सरकारी नौकरियों की बजाय व्यवसाय में अधिक होने लगता है, परिणामस्वरूप सरकारी नौकरी के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा में हिस्सा ही नहीं लेते हैं।
  5. व्यावसायिक शिक्षा - व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण करने के कारण व्यवसाय करने में रुचि जागृत हो जाती हैं, जिसके कारण व्यवसाय करना अधिक पसंद करते है।

कॉमर्स के विद्यार्थियों को अन्य विषय के विद्यार्थियों के मुकाबले में निजी क्षेत्र में आसानी से नौकरी मिल जाती हैं, जिसके कारण अधिकांश वाणिज्य विषय के विद्यार्थी सरकारी नौकरी के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं की तैयारी भी नहीं करते हैं। सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए बेरोजगार युवक अधिक समय देते है जबकि वाणिज्य के विद्यार्थी के लिए बेरोजगार रहने की संभावना कम होती है। जहां पहले से ही कई रोजगार उपलब्ध है, वो अपना कीमती समय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में व्यतीत करना बेहतर भी नही समझते है, जिसके कारण उन्हें सरकारी नौकरी के रुप में रोजगार नहीं मिल पाता है।

कॉमर्स से 12th पास नौकरी - 


वाणिज्य से 12 वीं पास विद्यार्थियों के लिए सरकारी नौकरी के रूप में निम्नलिखित क्षेत्र में विभिन्न पद पर नौकरी हासिल करने के लिए योग्यता होती हैं, वह विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं को पास कर सरकारी क्षेत्र में नौकरी हासिल कर सकते हैं।

  1. लेखाकार सहायक - विभिन्न सरकारी विभाग और मंत्रालय में लेखाकार सहायक के रूप में नौकरी प्राप्त कर सकते है।
  2. भारतीय सेना - नेशनल डिफेंस अकादमी द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं को पास करके भारतीय सेना में नौकरी प्राप्त कर सकते है।
  3. भारतीय रेलवे - वाणिज्य के विद्यार्थी कॉमर्स में पढ़ाई करने के बाद भारतीय रेलवे में लिपिक और अन्य क्लर्क के लिए आवेदन कर प्रतियोगिता परीक्षा को पास करके नौकरी हासिल कर सकते हैं।
  4. क्लर्क - विभिन्न सरकारी विभागों में क्लर्क के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा को पास कर पद को हासिल कर सकते हैं।
  5. भारतीय वायु सेना - भारतीय वायु सेना में एक सैनिक के रूप में नौकरी हासिल कर सकते हैं।
  6. भारतीय कोस्ट गार्ड - एक सैनिक के रूप में भारतीय कोस्ट गार्ड में भी नौकरी हासिल की जा सकती हैं।
  7. वन विभाग - वन विभाग फॉरेस्ट डिपार्मेंट एक फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी प्राप्त की जा सकती हैं।
  8. एसएससी स्टेनोग्राफर (ग्रेड सी) - आज तक सभी विभागों में स्टेनोग्राफर की आवश्यकता होती है जिसे कॉमर्स के विद्यार्थी भी हासिल कर सकते हैं।
  9. भारतीय नौसेना - एक सैनिक के रूप में भारतीय नौसेना में भी नौकरी हासिल की जा सकती है।
  10. पुलिस कांस्टेबल - किसी भी राज्य की पुलिस सेवा अथवा केंद्रीय पुलिस सेवा बल में पुलिस कॉन्स्टेबल के रूप मे।
  11. अर्द्ध सैनिक बल - भारतीय सीमा सुरक्षा बल समेत कई अर्द्ध सैनिक बल में नौकरी हासिल की जा सकती है।
  12. पोस्ट ऑफिस - भारतीय डाक सेवा में एक पोस्टमैन के रूप में पद हासिल किया जा सकता है।
  13. डाटा एंट्री ऑपरेटर - डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में किसी भी विभाग में पद हासिल किया जा सकता है। 
इसके अलावा भी जिन विभागों में किसी भी विषय का विद्यार्थी 12 वीं पास आवेदन कर सकता है, वहां आवेदन कर नौकरी हासिल की जा सकती है।

अन्य प्रश्न - 


प्रश्न - कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए कौन सी सरकारी नौकरी होती है? 

उत्तर - कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए सरकारी क्षेत्र में लेखाकार की नौकरी होती है। कई विभाग द्वारा केवल कॉमर्स से स्नातक को ही आवेदन के लिए योग्य माना जाता है। 

प्रश्न - कॉमर्स से बीकॉम करने के बाद किस नौकरी के लिए आवेदन किया जा सकता है?

उत्तर - कॉमर्स से बीकॉम करने के बाद आप केंद्रीय और राज्य स्तर पर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षा से नौकरी हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न विभाग में लेखाकार के रूप में भी आवेदन कर सकते हैं।

प्रश्न - कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए सबसे अच्छी नौकरी कौन सी होती है?

उत्तर - कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए सबसे अच्छी नौकरी बैंक में या फिर किसी भी विभाग में एक लेखाकार के रूप में हो सकती है।

प्रश्न - एक अर्थशास्त्री बनने के लिए किस प्रकार की पढ़ाई की आवश्यकता होती है?

उत्तर - एक अर्थशास्त्री बनने के लिए आपको बीकॉम के बाद अर्थशास्त्र विषय में m.com करना होता है उसके बाद क्षेत्र में कार्य करते हुए आप अर्थशास्त्री बन सकते हैं।

प्रश्न - कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद क्या बन सकते हैं?

उत्तर - कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद आप किसी भी सरकारी क्षेत्र में सेवा करने के अलावा लेखाकार और वित्त विश्लेषक बन सकते हैं।

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